मुस्तफ़ा जैदी | Mustafa Jaidi | Shayari | Love Shayari | Poemgazalshayari.in
Rahee Books
July 30, 2021
0 Comments
मुस्तफ़ा जैदी | Mustafa Jaidi | Shayari | Love Shayari हम अंजुमन में सबकी तरफ़ देखते रहे अपनी तरह से कोई अकेला नहीं मिला अब तो चुभती है हवा बर्फ़ के मैदानों की इन दिनों जिस्म के एहसास से जलता था बदनकच्चे घड़े ने जीत ली नद्दी चढ़ी हुई मज़बूत क़श्तियों को किनारा नहीं मिला ऐ कि अब भूल गया रंगे-हिना...