प्रिय पाठकों! हमारा उद्देश्य आपके लिए किसी भी पाठ्य को सरलतम रूप देकर प्रस्तुत करना है, हम इसको बेहतर बनाने पर कार्य कर रहे है, हम आपके धैर्य की प्रशंसा करते है| मुक्त ज्ञानकोष, वेब स्रोतों और उन सभी पाठ्य पुस्तकों का मैं धन्यवाद देना चाहता हूँ, जहाँ से जानकारी प्राप्त कर इस लेख को लिखने में सहायता हुई है | धन्यवाद!

Saturday, May 30, 2020

क्यों और क्यों और क्यों की मुक्तिहीनता से - kyon aur kyon aur kyon kee muktiheenata se - - अनुराधा महापात्र - Anuradha Mahapatra #www.poemgazalshayari.in

क्यों और क्यों और क्यों की मुक्तिहीनता से
वे, वे चल दिए हैं, एकाकी
माथे पर पथरीले थप्पड़ और जनश्रुतियों की
कीलें लेकर!
वह देखो बही जा रही है प्रज्ञामग्न ह्वेल
दो हज़ार वर्ष के तिमिरसागर के किनारे पर।
बहुत-बहुत दूर प्यास की सांत्वना बनकर
कालपुरुष के डैने नीचे उतर आते हैं
मर्म के आकाश को धोकर।
हम भी जीवित हैं — क्या हम जीवित हैं!
अंधे-जैसा है यह मरना-बचना।
धुँधलके में शार्कों के खेल
बिना किसी सबूत के मौजूद हैं
किसी अतल गहराई के गुप्त प्रवाह में।
ओह ये झरे हुए पत्ते
ओह असमय की ये कलियाँ —
शोक से थक गईं बौद्ध भिक्षुणियों के गीत की तरह
यह कातर चम्पा की सुरभि;
सुबह से लेकर शाम तक
रक्तवर्णी तैलरंग की झलक।



 - अनुराधा महापात्र - Anuradha Mahapatra
#www.poemgazalshayari.in

No comments:

Post a Comment

How to sell on OLX | OLX full tutorial | Online Sellings

 How to sell on OLX | OLX full tutorial  Key Content: Research your product Highlight the key features Be concise and specific Use keywords ...