आदमी मुसाफ़िर है आता है जाता है - aadamee musaafir hai aata hai jaata hai -

 आदमी मुसाफ़िर है आता है जाता है

आते-जाते रस्ते में यादें छोड़ जाता है


झोंका हवा का पानी का रेला

झोंका हवा का पानी का रेला

मेले में रह जाए जो अकेला

मेले में रह जाए जो अकेला

वो फिर अकेला ही रह जाता है

आदमी मुसाफ़िर है ...


क्या साथ लाए क्या छोड़ आए

रस्ते में हम क्या छोड़ आए

मंज़िल पे जा के ही याद आता है

आदमी मुसाफ़िर है ...


जब डोलती है जीवन की नैया

कोई तो बन जाता है खिवैया

कोई किनारे पे ही डूब जाता है

आदमी मुसाफ़िर है ...


रोती है आँख जलता है ये दिल

जब अपने घर के फेंके दिये से

आँगन पराया जगमगाता है

आदमी मुसाफ़िर है ...


- आनंद बख्शी- Anand Bakshi


#www.poemgazalshayari.in


#Poem #Gazal #Shayari #Hindi Kavita #Shayari #Love shayari #Anand Bakshi #lyrics #guljar


Please Subscribe to our youtube channel


https://www.youtube.com/channel/UCdwBibOoeD8E-QbZQnlwpng

Comments

Popular posts from this blog

ग अक्षर से शुरू होने वाले गाने | Hindi Song From Word G (ग शब्द से हिंदी गाने) | poemgazalshayari.in

इ शब्द से शुरू होने वाले हिंदी गाने | List of Hindi Song From Word I (इ/ई शब्द से हिंदी गीत ) | poemgazalshayari.in

अ से शुरू होने वाले हिंदी गाने | अंताक्षरी गाने– Hindi Song From Aa (आ शब्द से हिन्दी गाने) | Poemgazalshayari.in