प्रिय दोस्तों! हमारा उद्देश्य आपके लिए किसी भी पाठ्य को सरलतम रूप देकर प्रस्तुत करना है, हम इसको बेहतर बनाने पर कार्य कर रहे है, हम आपके धैर्य की प्रशंसा करते है| मुक्त ज्ञानकोष, वेब स्रोतों और उन सभी पाठ्य पुस्तकों का मैं धन्यवाद देना चाहता हूँ, जहाँ से जानकारी प्राप्त कर इस लेख को लिखने में सहायता हुई है | धन्यवाद!

Friday, June 19, 2020

तुम जन-गण को छलो, लहू लीपो-पोतो - yah tum par chhod do, khoon, laipo-poto -- जयप्रकाश त्रिपाठी- Jayprakash Tripathi #www.poemgazalshayari.in ||Poem|Gazal|Shaayari|Hindi Kavita|Shayari|Love||

तुम जन-गण को छलो, लहू लीपो-पोतो,
मैं तेरे क्षण-क्षण से नफ़रत करता हूँ।
तुम अपनी मिट्टी में मुझको मत सानो,
तेरे उस हर कण से नफ़रत करता हूँ।

मैं कायर उद्घो‍षों का लय-ताल नहीं,
कलमकार हूँ, सत्ता का बैताल नहीं,
तुम जी-भर कर करो तिजारत शब्दों की,
मैं चारो चारण से नफ़रत करता हूँ।

तुम ने जो भी कहा, किया उसका उल्टा,
तेरी साथी-सँघाती कुर्सी कुल्टा,
लोकतन्त्र की चादर तुम नोचो-फाड़ो,
तेरे झूठे प्रण से नफ़रत करता हूँ।

चोर-चोर तुम सब मौसेरे भाई हो,
हद से ज़्यादा गिरे हुए हरजाई हो,
जो कुर्सी के लिए लड़े, लूटे-मारे,
मैं तेरे उस रण से नफरत करता हूँ।

- जयप्रकाश त्रिपाठी- Jayprakash Tripathi

#www.poemgazalshayari.in

||Poem|Gazal|Shaayari|Hindi Kavita|Shayari|Love||

No comments:

Post a Comment

Describe the difference between a public network and a private network @PoemGazalShayari.in

 Describe the difference between a public network and a private network Topic Coverd: Private Network: Access Restriction Security Scalabili...