प्रिय पाठकों! हमारा उद्देश्य आपके लिए किसी भी पाठ्य को सरलतम रूप देकर प्रस्तुत करना है, हम इसको बेहतर बनाने पर कार्य कर रहे है, हम आपके धैर्य की प्रशंसा करते है| मुक्त ज्ञानकोष, वेब स्रोतों और उन सभी पाठ्य पुस्तकों का मैं धन्यवाद देना चाहता हूँ, जहाँ से जानकारी प्राप्त कर इस लेख को लिखने में सहायता हुई है | धन्यवाद!

Monday, September 2, 2019

होती है तेरे नाम से वहशत कभी-कभी - hotee hai tere naam se vahashat kabhee-kabhee - नासिर काज़मी- Nasir Kazmi

होती है तेरे नाम से वहशत कभी-कभी
बरहम हुई है यूँ भी तबीयत कभी-कभी

ऐ दिल किसे नसीब ये तौफ़ीक़-ए-इज़्तिराब 
मिलती है ज़िन्दगी में ये राहत कभी-कभी 

तेरे करम से ऐ अलम-ए-हुस्न-ए-आफ़रीन 
दिल बन गया है दोस्त की ख़िल्वत कभी-कभी 

दिल को कहाँ नसीब ये तौफ़ीक़-ए-इज़्तिराब 
मिलती है ज़िन्दगी में ये राहत कभी-कभी 

जोश-ए-जुनूँ में दर्द की तुग़यानियों के साथ 
अश्कों में ढल गई तेरी सूरत कभी-कभी

तेरे क़रीब रह के भी दिल मुतमईन न था 
गुज़री है मुझ पे भी ये क़यामत कभी-कभी 

कुछ अपना होश था न तुम्हारा ख़याल था 
यूँ भी गुज़र गई शब-ए-फ़ुर्क़त कभी-कभी 

ऐ दोस्त हम ने तर्क-ए-मुहब्बत के बावजूद
महसूस की है तेरी ज़रूरत कभी-कभी

- नासिर काज़मी- Nasir Kazmi


No comments:

Post a Comment

How to link aadhar and pancard online

How to link aadhar and pancard online   Linking Aadhaar and PAN has become a mandatory requirement for Indian citizens as per the government...