प्रिय दोस्तों! हमारा उद्देश्य आपके लिए किसी भी पाठ्य को सरलतम रूप देकर प्रस्तुत करना है, हम इसको बेहतर बनाने पर कार्य कर रहे है, हम आपके धैर्य की प्रशंसा करते है| मुक्त ज्ञानकोष, वेब स्रोतों और उन सभी पाठ्य पुस्तकों का मैं धन्यवाद देना चाहता हूँ, जहाँ से जानकारी प्राप्त कर इस लेख को लिखने में सहायता हुई है | धन्यवाद!

Saturday, March 27, 2021

तुझे जब भी गले लगाया, खुद को शून्य पाया हूँ | Ambika Rahee | अम्बिका राही

 तुझे जब भी गले लगाया, खुद को शून्य पाया हूँ | Ambika Rahee | अम्बिका राही


तुझे जब भी गले लगाया, खुद को शून्य पाया हूँ  |

एक नजर ही देखा, लगा ठहर सा गया हूँ,

खुद को भूलकर तुझमें, खो सा गया हूँ,

हां याद है, ए सिलसिला कई महीनो चला था,


तुम मुस्कराती तो लगता, रिश्ता कई जन्मो से जुड़ा है ,

ए बातें याद करके  ख़ुद को ख़ुश पाया हूँ,

तुझे जब भी गले लगाया, खुद को शून्य पाया हूँ  |

तुम आज भी न बदले न बदला प्यार तुम्हारा,


मुहब्बत हुई जबसे, संसार लगता है अपना सारा,

समर्पित है तुझको, मेरा हर गुनगुनाना,

तू मुस्कुरा दे तो समझूँ मिल गया है खजाना,

तुम को पाया तो जैसे ख़ुदा पाया हूँ,


तुझे जब भी गले लगाया, खुद को शून्य पाया हूँ  |


-अम्बिका "राही"


www.poemgazalshayari.in



हमारे इस पोस्ट को पढ़ने के लिए हम आपका आभार व्यक्त करते है | इस जानकारी को ज्यादा से ज्यादा Facebook, Whatsapp जैसे सोशल मिडिया पर जरूर शेयर करें | धन्यवाद  !!!


www.poemgazalshayari.in

No comments:

Post a Comment

अपने नजदीकी डाकघर में आधार नामांकन और अपडेट के लिए आवेदन कैसे करें

 अपने नजदीकी डाकघर में आधार नामांकन और अपडेट के लिए आवेदन कैसे करें डाक विभाग (DoP) ने आधार नामांकन और अपडेट के लिए एक सेवा शुरू की है। भारत...