मेरी देह से मिट्टी निकाल लो और बंजरों में छिड़क दो - meree deh se mittee nikaal lo aur banjaron mein chhidak do - - गीत चतुर्वेदी - Geet Chaturvedi #poemgazalshayari.in
मेरी देह से मिट्टी निकाल लो और बंजरों में छिड़क दो
मेरी देह से जल निकाल लो और रेगिस्तान में नहरें बहाओ
मेरी देह से निकाल लो आसमान और बेघरों की छत बनाओ
मेरी देह से निकाल लो हवा और यहूदी कैम्पों की वायु शुद्धकराओ
मेरी देह से आग निकाल लो, तुम्हारा दिल बहुत ठंडा है
- गीत चतुर्वेदी - Geet Chaturvedi
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