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Saturday, April 4, 2020

हिमाद्रि तुंग शृंग से प्रबुद्ध शुद्ध भारती - himaadri tung shrng se prabuddh shuddh bhaaratee -जयशंकर_प्रसाद - Jay Shankar Prasad #poem gazal Shayari #poemgazalshayari


हिमाद्रि तुंग शृंग से प्रबुद्ध शुद्ध भारती
स्वयंप्रभा समुज्ज्वला स्वतंत्रता पुकारती
अमर्त्य वीर पुत्र हो, दृढ़-प्रतिज्ञ सोच लो,
प्रशस्त पुण्य पंथ हैं - बढ़े चलो बढ़े चलो।

असंख्य कीर्ति-रश्मियाँ विकीर्ण दिव्य दाह-सी।
सपूत मातृभूमि के रुको न शूर साहसी।
अराति सैन्य सिंधु में - सुबाड़वाग्नि से जलो,
प्रवीर हो जयी बनो - बढ़े चलो बढ़े चलो।

जयशंकर_प्रसाद - Jay Shankar Prasad

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