भागो-भागो रंग लिए महँगाई डायन आई है - bhaago-bhaago rang lie mahangaee daayan aaee hai -- जयप्रकाश त्रिपाठी- Jayprakash Tripathi #www.poemgazalshayari.in ||Poem|Gazal|Shaayari|Hindi Kavita|Shayari|Love||

भागो-भागो रंग लिए महँगाई डायन आई है....

बिना पिए त्योहार नशे में, भीखू अपरम्पार नशे में
फाँके से घर-बार नशे में, सबका कारोबार नशे में
जेब-जेब को तंग किए महँगाई डायन आई है।

नून-तेल-लकड़ी के मारे घूम रहे हम बने बेचारे
सौ-सौ मोटर-कार खड़ी हैं उनके अगवारे-पिछवारे
लगता जैसे जंग लिए महँगाई डायन आई है।

देखो जी, कैसे पिचकारी मार रहा बेशर्म तिवारी
देह दिखाए हड्डी-हड्डी, भूखे पेट न होय कबड्डी
भूँजी भाँग, भुजँग लिए महँगाई डायन आई है।

लूट मची है खुल्लमखुल्ला. बने चुनावी चोर-चिबिल्ला
कहीं भूख का हल्ला-गुल्ला, कोई काट रहा रसगुल्ला
घर-घर को बैरँग किए महँगाई डायन आई है।

डाल के सबके जड़ में मट्ठा, उधर खड़े सब हट्टा-कट्टा
गिफ़्ट लिए मंत्री का पट्ठा, ख़ुश अफ़सर के चट्टा-बट्टा
होली सँग दबँग लिए महँगाई डायन आई है।



- जयप्रकाश त्रिपाठी- Jayprakash Tripathi

#www.poemgazalshayari.in

||Poem|Gazal|Shaayari|Hindi Kavita|Shayari|Love||

Comments

Popular posts from this blog

ग अक्षर से शुरू होने वाले गाने | Hindi Song From Word G (ग शब्द से हिंदी गाने) | poemgazalshayari.in

इ शब्द से शुरू होने वाले हिंदी गाने | List of Hindi Song From Word I (इ/ई शब्द से हिंदी गीत ) | poemgazalshayari.in

अ से शुरू होने वाले हिंदी गाने | अंताक्षरी गाने– Hindi Song From Aa (आ शब्द से हिन्दी गाने) | Poemgazalshayari.in