प्रिय दोस्तों! हमारा उद्देश्य आपके लिए किसी भी पाठ्य को सरलतम रूप देकर प्रस्तुत करना है, हम इसको बेहतर बनाने पर कार्य कर रहे है, हम आपके धैर्य की प्रशंसा करते है| मुक्त ज्ञानकोष, वेब स्रोतों और उन सभी पाठ्य पुस्तकों का मैं धन्यवाद देना चाहता हूँ, जहाँ से जानकारी प्राप्त कर इस लेख को लिखने में सहायता हुई है | धन्यवाद!

Wednesday, September 4, 2019

मेरा सजल मुख देख लेते - mera sajal mukh dekh lete -- महादेवी वर्मा -mahadevi Verma

मेरा सजल मुख देख लेते!

यह करुण मुख देख लेता!


सेतु शूलों का बना बाँधा विरह-वारीश का जल

फूल की पलकें बनाकर प्यालियाँ बाँटा हलाहल!


दुखमय सुख

सुख भरा दुःख

कौन लेता पूछ, जो तुम,

ज्वाल-जल का देश देते!


नयन की नीलम-तुला पर मोतियों से प्यार तोला,

कर रहा व्यापार कब से मृत्यु से यह प्राण भोला!


भ्रान्तिमय कण

श्रान्तिमय क्षण-

थे मुझे वरदान, जो तुम

माँग ममता शेष लेते!


पद चले, जीवन चला, पलकें चली, स्पन्दन रही चल

किन्तु चलता जा रहा मेरा क्षितिज भी दूर धूमिल ।


अंग अलसित

प्राण विजड़ित

मानती जय, जो तुम्हीं

हँस हार आज अनेक देते!


घुल गई इन आँसुओं में देव, जाने कौन हाला,

झूमता है विश्व पी-पी घूमती नक्षत्र-माला;


साध है तुम

बन सघन तुम

सुरँग अवगुण्ठन उठा,

गिन आँसुओं की रख लेते!


शिथिल चरणों के थकित इन नूपुरों की करुण रुनझून

विरह की इतिहास कहती, जो कभी पाते सुभग सुन;


चपल पद धर

आ अचल उर!

वार देते मुक्ति, खो

निर्वारण का सन्देश देते!

- महादेवी वर्मा -mahadevi Verma

No comments:

Post a Comment

Mouse के कितने प्रकार है विस्तार में समझाइए | Keyboard के कितने प्रकार है विस्तार में समझाइए | Display के कितने प्रकार है विस्तार में समझाइए Mobile Display के कितने प्रकार है? विस्तार में समझाइए?

 Mouse के कितने प्रकार है? विस्तार में समझाइए? माउस कई प्रकार के हो सकते हैं, जो उपयोगकर्ता की आवश्यकताओं और पसंदों के आधार पर भिन्न हो सकते...