प्रिय दोस्तों! हमारा उद्देश्य आपके लिए किसी भी पाठ्य को सरलतम रूप देकर प्रस्तुत करना है, हम इसको बेहतर बनाने पर कार्य कर रहे है, हम आपके धैर्य की प्रशंसा करते है| मुक्त ज्ञानकोष, वेब स्रोतों और उन सभी पाठ्य पुस्तकों का मैं धन्यवाद देना चाहता हूँ, जहाँ से जानकारी प्राप्त कर इस लेख को लिखने में सहायता हुई है | धन्यवाद!

Tuesday, August 27, 2019

तुम ये कैसे जुदा हो गये- tum ye kaise juda ho gaye - - निदा फ़ाज़ली - Nida Fazli

तुम ये कैसे जुदा हो गये
हर तरफ़ हर जगह हो गये 

अपना चेहरा न बदला गया
आईने से ख़फ़ा हो गये 

जाने वाले गये भी कहाँ
चाँद सूरज घटा हो गये 

बेवफ़ा तो न वो थे न हम
यूँ हुआ बस जुदा हो गये 

आदमी बनना आसाँ न था
शेख़ जी पारसा हो गये


- निदा फ़ाज़ली - Nida Fazli

No comments:

Post a Comment

Describe the difference between a public network and a private network @PoemGazalShayari.in

 Describe the difference between a public network and a private network Topic Coverd: Private Network: Access Restriction Security Scalabili...