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Saturday, July 13, 2019

वफ़ा को आज़माना चाहिए था, हमारा दिल दुखाना चाहिए था - vafa ko aazamaana chaahie tha, hamaara dil dukhaana chaahie tha - Dr. Rahat “ indauri” - डॉ० राहत “इन्दौरी”

वफ़ा को आज़माना चाहिए थाहमारा दिल दुखाना चाहिए था 
आना न आना मेरी मर्ज़ी हैतुमको तो बुलाना चाहिए था 
 
हमारी ख्वाहिश एक घर की थीउसे सारा ज़माना चाहिए था 
मेरी आँखें कहाँ नाम हुई थींसमुन्दर को बहाना चाहिए था 
 
जहाँ पर पंहुचना मैं चाहता हूँवहां पे पंहुच जाना चाहिए था 
हमारा ज़ख्म पुराना बहुत हैचरागर भी पुराना चाहिए था 
 
मुझसे पहले वो किसी और की थीमगर कुछ शायराना चाहिए था 
चलो माना ये छोटी बात हैपर तुम्हें सब कुछ बताना चाहिए था 
 
तेरा भी शहर में कोई नहीं थामुझे भी एक ठिकाना चाहिए था 
कि किस को किस तरह से भूलते हैंतुम्हें मुझको सिखाना चाहिए था 
 
ऐसा लगता है लहू में हमकोकलम को भी डुबाना चाहिए था 
अब मेरे साथ रह के तंज़ ना करतुझे जाना था जाना चाहिए था 
 
क्या बस मैंने ही की है बेवफाई,जो भी सच है बताना चाहिए था 
मेरी बर्बादी पे वो चाहता हैमुझे भी मुस्कुराना चाहिए था 
 
बस एक तू ही मेरे साथ में हैतुझे भी रूठ जाना चाहिए था 
हमारे पास जो ये फन है मियांहमें इस से कमाना चाहिए था 
 
अब ये ताज किस काम का हैहमें सर को बचाना चाहिए था 
उसी को याद रखा उम्र भर किजिसको भूल जाना चाहिए था 
 
मुझसे बात भी करनी थीउसको गले से भी लगाना चाहिए था 
उसने प्यार से बुलाया थाहमें मर के भी आना चाहिए था 


Dr. Rahat “ indauri” - डॉ०  राहत “इन्दौरी”   

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